शनिवार, 31 मार्च 2012

.हम सिर्फ गुजरात दंगे  की  क्यों  बात  करते  हैं  ...ऐसे  कई  दंगे  है  जिनका  मै जिक्र नहीं करूँगा पर उसमे सैकड़ों हिन्दू मारे गए ...आज भी मऊ दंगो में कई हिंदूं बेटियां नहीं मिली जिसको बीते ३ साल से भी ज्यादा हो गएँ हैं ! हम कब तक एक दुसरे को इल्जमियत की टोपी पहनते रहेंगे ....क्या किसी भी दंगे की लिए सिर्फ सरकार ही जिम्मेदार होते..हम कब सीखेंगे अपनी कमियौं  को अपनाना !




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