हमारा भारतवर्ष किसी के बाप की बपौती नहीं है जो जब चाहे जैसे चाहे वैसे इसका और इसके सम्पदा का शोषण अपने स्वार्थ के लिए करता जाये | आज हमारा भारत एक बार फिर आवहन करता है | हमें अपने भारतवर्ष को अशिक्षा,गरीबी,भ्रष्टाचार और राजनैतिक अपंगता से मुक्त करना होगा |
"आओ कुछ करें नेता बने" "आओ गावं चलें विकास करें"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें